विमल कांत, मस्तूरी
Hindtimes news विवादित डीईओ का एक और कारनामा सारे नियम कायदे को ताक में रख कर खुद ही बना रहे नियम आखिर ऐसे क्या बात हुई की एक लेक्चरर को मस्तूरी में बना दिया
एडीबीईओ जबकि मस्तुरी शिक्षा विभाग में पहले से ही तीन एबीईओ मौजूद है लगता है साहब को इस त्योहार के पर्व में खूब ज्यादा मलाई मिला होगा तभी तो बिल्हा ब्लॉक के एक लेक्चरर को मस्तूरी ब्लॉक में पदस्थ करने का आदेश जारी कर दिया बता दे की इन दिनों कई स्कूलों में लेक्चरर की कमी तो कही एकल शिक्षक शिक्षिका है उस कमियों को दूर करने का समय नहीं है ध्यान न तो स्कूलों की पढ़ाई का स्तर सुधारने के बजाय देने के बजाय साहब तो खुद ही नियमो का धज्जियां उड़ा दी जबकि कलेक्टर से अनुमोदन कराना अनिवार्य होता है देखिए एडीबीईओ नियुक्ति का डीईओ का आदेश








