विमल कांत की रिपोर्ट
Hindtimes news मस्तुरी : जनपद पंचायत मस्तुरी में कमीशन खोरी की हद का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि महज कंप्यूटर आपरेटर के पद पर कार्यरत कर्मचारी को नियम विरुद्ध सांसद विधायक मद के कार्यो का दायित्व सौप दिया है, बाकायदा इसके लिए जनपद सीईओ ने आदेश भी निकाला है जबकि यह शासकीय नियम में निहित नहीं है| यह पूरा प्रोपेगंडा कथित सभापति के इशारे पर किया गया है जिसके पीछे पूरा खेल कमीशनखोरी का है|

जनपद पंचायत मस्तुरी में जनपद सीईओ ने एक आदेश जारी करते हुए कंप्यूटर आपरेटर को सांसद विधायक मद के कार्यो का दायित्व सौप दिया है, आपरेटर सांसद विधायक मद के जारी किये गए निधि के चेक काटने का कार्य कर रहा है वही चेक काटने के एवज में मोटी कमीशन भी बटोरा जा रहा है| कंप्यूटर आपरेटर कथित सभापति का बेहद करीबी है जिसके चलते कंप्यूटर आपरेटर को बड़ा दायित्व दिया गया है|
सूत्रों की माने तो सांसद-विधायक मद में आए राशि का चेक काटने के लिए मोटी रकम कमीशन के रूप में लिया जाता है, इसी ख़ास वजह से सभापति ने अपने करीबी को उक्त कार्य में संलग्न कराया है जबकि जनपद पंचायत के नियमो में इस तरह की किसी नियम का जिक्र नहीं है| सूत्र यह भी बताते है कि सभापति रोजाना जनपद अध्यक्ष के कक्ष में अपना डेरा जमाते है और कमीशनखोरी के खेल को अंजाम देते है, वही सभापति के कृत्यों की जानकारी जनपद के अधिकारियो और कर्मचारियों को भी है मगर किसी के कानो में जू तक नहीं रेंगती है|







