मस्तूरी मल्हार से विमल कांत की रिपोर्ट
Hindtimes news नगर पंचायत मल्हार द्वारा निकाली गई निविदा को अचानक से निरस्त कर पुन निकाली अधोसंरचना मद से अन्तर्गत जारी निविदा को नगर पंचायत से निरस्त करने पर ठेकेदारों ने नगर पंचायत के अधिकारी और अध्यक्ष के साथ पी आई सी मेंबरों की मिलीभगत कर निरस्त करने से ठेकेदारों ने पुनः टेंडर प्रक्रिया में धांधली का आरोप लगा रहे है पुनः निविदा निकालकर अपने चहेते ठेकेदारों को लाभ पहुंचाने के लिए किया जा रहा है 16 अलग अलग विभिन्न निर्माण कार्य के लिए टेंडर 24 जून 2024 को निकाली गई थी जिसमे 10 ठेकेदारों ने निविदा में भाग ली जिसकी प्रक्रिया नगर पंचायत कार्यलय में हुई ठेकेदारों के सामने ही निविदा खोली गई जिसमे संजय पाण्डेय, पियूष ट्रेडर्स, दिव्यजित इंटरप्राइजेस, वीके कंस्ट्रक्शन को कार्य मिलने के बाद अध्यक्ष की सहमति पर पीआई सी सदस्यों ने बैठक में यह कहते हुए निरस्त कर दिया गया की नगर पंचायत के पास निमार्ण कार्यों के लिए आर्थिक बजट नही है जिससे विकास कार्य नही हो सकता नगर पंचायत की अधिकारी कर्मचारियों के मिलीभगत से यह प्रक्रिया विवादो में घिरती नजर आ रही है जबकि निरस्त करने की सूचना किसी भी ठेकेदारों को नही दी गई और नही किसी दैनिक अखबारों में प्रकाशित की गई है अब उसी निर्माण कार्यों के लिए पुनः री टेंडर कर 19 सितंबर को कर दी पहले मिले निविदा ठेकेदारों ने आरोप लगा रहे है की आखिर अब नगर पंचायत की आर्थिक बजट कहा से आ गई की पुनः निर्माण कार्यों के लिए निविदा निकाल सके पी आई सी मेम्बर की एक सदस्य ने बताया की पहले का निमार्ण कार्य आज तक पूरा नहीं हुआ जिसके कारण निरस्त किया तो एक मेंबर नाम न छापने की शर्त में बताया की कुछ मेंबर से बैठक के बाद पहुंचे तो एक ने कहा की अपने चहेतों को कमीशन लेकर टेंडर प्रक्रिया में भाग लेने के बाद निर्माण कार्यों को ठेका देकर लाभ कमा सके जिसकी जानकारी
नगर पंचायत अध्यक्ष अनिल कैवर्ट से जानाकारी लेने पर पी आईसी के सदस्यों द्वारा निर्णय लिया गया जिसके बाद निरस्त हुआ है लेकिन निरस्त का कारण कोई सही नही बता रहे है वही इस मामले में सी एम ओ किरण पटेल से बात करने पर बताई की विकास कार्यों के लिए राशि नही हो पा रही नगर पंचायत के पास बजट नही है पी आई सी मेम्बर के सदस्यों ने टेंडर प्रक्रिया को निरस्त किया।
आखिर सभी का अलग अलग बयान आने से पुनः री टेंडर बड़ी घोटाला होने का अंदेशा लगाया जा सकता है जिसकी ठेकेदारों ने नगरी प्रशासन मंत्री और कलेक्टर शिकायत करने की बात कही
ठेकदार पियूष पाटले बताया की जब निविदा प्रक्रिया को निरस्त करते है तो निरस्त करने का सूचना प्रकाशित किया जाता परंतु ऐसा नहीं हुआ और पुनः दूसरी बार उसी का निविदा निकाल दी पहले हमे निर्माण कार्य का निविदा हमे मिला था अब अपने लोगो को फायदा पहुंचाने के लिए दोबारा कर रहे जो गलत है इसकी शिकायत उच्च अधिकारियो से किया जाएगा ।








