

राकेश कुमार साहू
Hindtimes news जांजगीर-चांपा जिले के बिर्रा इलाके में कुएं में जहरीली गैस की चपेट में आने से पांच लोगों की मौत हो गई। किकिरदा गांव की ये घटना है, जहां एक पुराने कुएं का काफी समय से उपयोग नहीं हो रहा था। गांव के ही लोगों ने पुरानी लकड़ियों का छप्पर बनाकर कुएं को ढक दिया था।

पिछले दिनों हुई बारिश और आंधी में कुएं के ऊपर बना लकड़ी का छप्पर कुएं के भीतर गिर गया था। इसे निकालने के लिए गांव का रमेश पटेल नाम का एक आदमी पहले कुएं के भीतर उतरा। जब वो काफी देर तक वापस नहीं आया, तो एक के बाद एक चार लोग और नीचे उतरे और अब तक कोई भी वापस नहीं लौटा। रमेश को बचाने के लिए उसके दो बेटे राजेंद्र और जितेंद्र भी कुएं के भीतर उतरे।
साथ ही टिकेश चंद्रा नाम का एक अन्य युवक भी कुएं में उतरा। लेकिन अब तक कोई भी वापस नहीं आया है। लिहाजा भीतर जहरीली गैस होने की आशंका है। जिसमें पांचों लोगों की मौत हो गई। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासन की टीम गांव पहुंच गई है। कुएं के आसपास जमा हुए लोगों की भीड़ को हटाया गया है। साथ ही तहसीलदार और एसडीआरएफ के पहुंचने के बाद रेस्क्यू शुरू कर कुएं के भीतर से शव निकालने की कोशिश की जा रही है।
इस घटना मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने शोक व्यक्त किया है। उन्होंने एक्स पर ट्वीट कर लिखा “जांजगीर के ग्राम किकिरदा में कुएं में हुए हादसे से 5 ग्रामीणों की मौत की खबर अत्यंत ही दुःखद है। ईश्वर से दिवंगत आत्माओं की शांति और शोक संतप्त परिजनों को इस असीम दुःख को सहने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना करता हूं। ॐ शांति।।
डॉक्टर बोले- कुएं में H2S, कार्बन मोनो आक्साइड और मीथेन गैस की संभावना
FSL टीम के एक्सपर्ट डॉक्टर सत्यजीत कोशरिया ने बताया कि लगभग 26 फीट के नीचे पानी है। ऐसे में कुएं में H2S, कार्बन मोनो आक्साइड और मीथेन गैस की संभावना है। कुआं काफी संकरा है, ढका हुआ भी था, जिससे रोशनी नहीं पड़ रही थी। इसके चलते कुएं के अंदर का पानी सड़ गया है। ऑक्सीजन लेवल भी कम है।
पानी सैंपल लिया गया है, उसको FSL लैब भेजा जाएगा। फाइनल रिपोर्ट आने के बाद ही पता चल पाएगा।
सक्ति जिले के कलेक्टर विकास कुमार तोपनो ने मृत के परिजनों को आर्थिक सहायता के रूप में तत्काल सहायता राशि प्रदान की जाएगी, अकास्मिमक मृत्यु के तहत 4 – 4 लाख रु दी जाएगी।


