Hindtimes news दुर्ग,धमधा/नौ कुंडीय गायत्री महायज्ञ 21 से 23 दिसंबर तक धमधा में
धमधा। गायत्री ज्ञान मंदिर धमधा की स्थापना एवं प्राण-प्रतिष्ठा 23 जनवरी 2001 को शांतिकुंज हरिद्वार के प्रतिनिधियों व्दारा की गई। आगामी 2025 में गायत्री ज्ञान मंदिर की स्थापना के 25वें वर्ष में प्रवेश के उपलक्ष्य में रजत जयंती वर्ष के रूप में मनाया जाएगा।

इसका पहला आयोजन नौ कुंडीय गायत्री महायज्ञ के रूप में 21 से 23 दिसंबर तक होगा। इसके लिये गायत्री मंदिर में बैठक हुई। इसमें वीरेंद्र देवांगन ने बताया गया कि 1978 में परम पूज्य गुरुदेव पं. श्रीराम शर्मा आचार्य एवं माता भगवती देवी शर्मा से प्राण प्रत्यारोपण सत्र में धमधा के कुछ लोग शामिल हुए, जिसके बाद सर्वश्री डॉ. सरकार मोहन उपाध्याय, श्रवण कुमार गुप्ता, मनसुख लाल गुप्ता, राधेलाल ताम्रकार, राजेंद्र गुप्ता, रामजी प्रसाद अग्रवाल ने गायत्री मंदिर की स्थापना के लिए लंबे समय तक वातावरण बनाते रहे, उनके अथक प्रयास से सन् 2000 में गायत्री ज्ञान मंदिर की स्थापना हुई।

इसी के अनुरूप रजत जयंती वर्ष में मनाया जाएगा। इसमें मंदिर निर्माण में योगदान देने वाले और उनके परिजनों को सम्मानित किया जाएगा।
रजत जयंती के अवसर पर इसकी पहली कड़ी में 9 कुंडीय गायत्री महायज्ञ का आयोजन 21 से 23 दिसंबर होगा। इसकी तैयारी के लिये प्रभारी तय किये गए। बैठक में राधेलाल ताम्रकार, वीरेंद्र देवांगन, गोविंद पटेल, सुनील गुप्ता, कल्याण सिंह चौहान, सीताराम ठाकुर, मंजू धीवर, लोकेश्वरी देवांगन, मुखराज किशोर यादव, विष्णु प्रसाद ताम्रकार, शैलेष राजपूत, उषा केसरा मेड़ेसरा, धर्मशीला शर्मा, मनीषा ताम्रकार, अरविन्द ताम्रकार उपस्थित रहे








