

- 12 गांवों में किया गया प्रचार, लोगों से एक-एक मुठ्ठी अन्न दान करने की अपील21 दिसंबर से धमधा में होगा नौ कुंडीय गायत्री महायज्ञ
आशीष ताम्रकार की रिपोर्ट
Hindtimes news धमधा, 19 दिसंबर 2024। ऐतिहासिक नगर धमधा में तीन दिवसीय गायत्री महायज्ञ की शुरुआत 21 दिसंबर से होगी। पहले दिन नगर में महिलाएं पीला वस्त्र धारण कर कलश यात्रा निकालेंगी। दूसरे दिन 22 दिसंबर को सुबह नौ कुंडीय गायत्री यज्ञ के साथ विभिन्न संस्कार कराये जाएंगे। शाम को दीपयज्ञ होगा। महायज्ञ की पूर्णाहुति 23 दिसंबर को होगी।

नौ कुंडीय गायत्री महायज्ञ में शामिल होने के लिए 12 गांवों में प्रचार रथ पहुंचा। गायत्री परिवार के परिजनों ने लोगों को घर-घर जाकर पीला चावल से न्यौता दिया। गायत्री परिवार के ब्लाक संयोजक वीरेंद्र देवांगन ने बताया कि गायत्री परिवार के संस्थापक परम पूज्य पं. श्रीराम शर्मा आचार्य ने कहा है कि भव्य निर्माण, मठ-मंदिर तो अनेक बने हैं व बनते रहते हैं, किन्तु उनकी सार्थकता तभी है, जब उसमें काम करने वाले प्राणवान हों और किसी लोक कल्याण के श्रेष्ठ उद्देश्य के साथ जुड़े हों।

गायत्री परिवार मनुष्य में देवत्व के उदय और धरती पर स्वर्ग के अवतरण के लक्ष्य को सामने रखकर आध्यात्मिक आधार पर एक नैतिक, सामाजिक, सांस्कृतिक पुनरूस्थान का कार्यक्रम चला रहा है। सभ्य समाज की स्थापना के उद्देश्य से नौ कुंडीय महायज्ञ का आयोजन किया गया है। धमधा में गायत्री मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के रजत जयंती वर्ष के अवसर पर सालभर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये जाएंगे। इसी कड़ी में गायत्री तीर्थ शांतिकुंज हरिद्वार के मार्गदर्शन में धमधा के बस स्टैंड के पास 21 से 23 दिसंबर 2024 तक नौ कुंडीय महायज्ञ होगा। इसमें मेड़ेसरा से ऊषा केसरा, शांता साहू, लोकेश्वरी देवांगन, मनीषा ताम्रकार, धर्मशीला शर्मा, मंजू धीवर के नेतृत्व में प्रचार अभियान अंतिम चरण में चल रहा है। आसपास के गांव सोनेसोरार, तितुरघाट, परोड़ा, दानीकोकड़ी, परोड़ा, करेली, बसनी, बिरझापुर, डगनिया, सिरना, बरहापुर, जाताघर्रा में लगभग एक हजार घरों में संपर्क किया गया। उन्हें गायत्री मंत्र की महिमा बताते हुए यज्ञ के लिये आमंत्रित किया गया।इसके साथ ही नगर में घर-घर जाकर पीला चावल दिया गया। लोगों को यज्ञ में आहूति के लिये स्वेच्छा से दिये गए घी, चावल व अंशदान के महत्व को बताया गया। प्रचार यात्रा में कल्याण सिंह चौहान, सुनील गुप्ता, ईश्वरी निर्मलकर, सुजीत ताम्रकार, चंद्रेश यादव, उमेश सोनी, केशव देवांगन, अनिल यादव, सुरेंद्र सोनी पथरिया, खोमन पटेल परसुली, बीरेंद्र सोनी, राजू कहार, सजल गुप्ता, श्रेया देवांगन सहित कार्यकर्ता शामिल रहे।

